ෂියා සහ සුන්නි අතර වෙනස කුමක් ද?

मुहम्मद -सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम- न सुन्नी थे और न शिया। आप शुद्ध मुस्लिम थे। इसी तरह ईसा -अलैहिस्सलाम- न कैथोलिक थे और न और कुछ। दोनों बिना मध्यस्थ के एक अल्लाह के बन्दे थे। ईसा ने स्वयं की इबादत की और न अपनी माँ की। इसी तरह न मुहम्मद ने अपने आपकी इबादत की और न अपनी बेटी की, न दामाद की।

राजनैतिक समस्याओं, सत्य धर्म से दूरी या दूसरे कारणों से इतने सारे गुट प्रकट हो गए हैं। इनका सरल, स्पष्ट एवं सत्य धर्म के साथ कोई लेना-देना नहीं है। बहरहाल, शुब्द ''सुन्नत'' का अर्थ पूरी तरह से पैगंबर की कार्यप्रणाली का पालन करना है। जबकि शब्द ''शिया'' लोगों का एक गुट है, जो आम मुसलमानों के मार्ग से अलग हो गए हैं। इस तरह, सुन्नी वो हैं जो रसूल की कार्यप्रणाली का पालन करते हैं और वही सामान्य रूप से सही दृष्टिकोण का पालन करते हैं, जबकि शिया एक संप्रदाय हैं, जो इस्लाम के सही दृष्टिकोण से भटक गया है।

''जिन लोगों ने अपने धर्म में विभेद किया और कई समुदाय हो गये, (हे नबी!) आपका उनसे कोई संबंध नहीं, उनका निर्णय अल्लाह को करना है, फिर वह उन्हें बताएगा कि वे क्या कर रहे थे।'' [169] [सूरा अल-अनआम : 159]

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