क्या महिला का सर ढाँपना रूढ़िवादिता और पिछड़ापन है?

यदि सर ढ़ाँपना पिछड़ापन है तो क्या आदम -अलैहिस्सलाम- के पीछे भी कोई युग है? जबसे अल्लाह ने आदम -अलैहिस्सलाम- एवं उनकी पत्नी को पैदा किया और उन्हें जन्नत में जगह दी, उसी समय से उनके लिए पर्दा एवं लिबास उपलब्ध कराया है।

''निःसंदेह तुम्हारे लिए यह है कि तुम इसमें न भूखे होगे और न नग्न होगे।'' [206] [सूरा ताहा: 118]

इसी प्रकार अल्लाह ने आदम की संतान के लिए लिबास उतारा, ताकि वे उससे पर्दा करें एवं शोभा एख़्तियार करें। उसी समय से मनुष्य अपने लिबास को विकसित करता रहा। जातियों के विकास को कपड़ों और पर्दे के विकास से मापा जाता है। यह ज्ञात है कि सभ्यता से अलग-थलग रहने वाले लोग, जैसे कि कुछ अफ्रीकी जाति, गुप्त अंग को ढकने के अलावा कुछ नहीं पहनते हैं।

''ऐ आदम की संतान! निश्चय हमने तुमपर वस्त्र उतारा है, जो तुम्हारे गुप्तांगों को छिपाता है और शोभा भी है। और तक़वा (अल्लाह की आज्ञाकारिता) का वस्त्र सबसे अच्छा है। यह अल्लाह की निशानियों में से है, ताकि वे उपदेश ग्रहण करें।'' [207] [सूरा अल-आराफ़ : 26]

एक पश्चिमी व्यक्ति अपनी दादी की स्कूल जाते समय की तस्वीरों को देख सकता है और देख सकता है कि उसने क्या पहना था। जब पहली बार स्विमवियर सामने आया, तो उसके खिलाफ यूरोप और ऑस्ट्रेलिया में प्रदर्शन हुए, क्योंकि यह प्रवृत्ति और प्रथा के खिलाफ था। इन प्रदर्शनों के पीछे धार्मिक कारण नहीं थे। चुनांचे निर्माण कंपनियों ने पांच साल की लड़कियों का उपयोग करके व्यापक विज्ञापन बनाने पर काम किया, ताकि वे शुरुआत में इसमें दिखाई दें, ताकि महिलाओं को इसे पहनने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। स्विमवियर पहनकर चलने वाली पहली बच्ची बहुत शर्मीली दिखाई दी और वह शो जारी नहीं रख सका। उस समय महिला और पुरुष पूरे शरीर को ढकने वाले काले और सफेद स्विमसूट में तैरते थे

PDF