प्रश्न 15: सही तौबा की क्या शर्तें हैं?

उत्तर- 1- गुनाह को बिल्कुल त्याग देना।

2- अपने किए पर पछताना।

3- दोबारा गुनाह न करने का दृढ़ निश्चय करना।

4- अधिकारों एवं अत्याचार से ली हुई चीज़ों को उनके मालिक के हवाले करना।

अल्लाह तआला फ़रमाता हैः (وَٱلَّذِينَ إِذَا فَعَلُوا فَـٰحِشَةً أَوۡ ظَلَمُوۤا أَنفُسَهُمۡ ذَكَرُوا ٱللَّهَ فَٱسۡتَغۡفَرُوا لِذُنُوبِهِمۡ وَمَن يَغۡفِرُ ٱلذُّنُوبَ إِلَّا ٱللَّهُ وَلَمۡ يصِرُّوا عَلَىٰ مَا فَعَلُوا وَهُمۡ يَعۡلَمُونَ) ''और वे ऐसे लोग हैं कि जब उनसे कोई जघन्य पाप हो जाता है या वे अपने ऊपर अत्याचार कर बैठते हैं, तो उन्हें अल्लाह याद आ जाता है। फिर वे अपने पापों के लिए क्षमा माँगते हैं, और अल्लाह के सिवा कौन है जो पापों का क्षमा करने वाला होॽ और वे अपने किए पर जान बूझकर अड़े नहीं रहते''। [सूरा आले-इमरान: 135]