उत्तर- सर्वश्रेष्ठ ज़िक्र ला इलाहा इल्लल्लाह अर्थात ''अल्लाह के सिवा कोई (वास्तविक) पूज्य नहीं'' कहना है। इसे तिरमिज़ी और इब्ने माजह ने रिवायत किया है।