उत्तर- ''बिस्मिल्लाह''।
यदि शुरू में कहना भूल जाएं तो कहें:
बिस्मिल्लाहि फ़ी अव्वलिही व आख़िरिही''। इस हदीस को अबू दावूद और तिरमिज़ी ने रिवायत किया है।