प्रश्न 11: धैर्य का विलोम क्या है?

उत्तर- यह अल्लाह के अनुपालन पर सब्र न करना, गुनाह को त्यागने पर सब्र न करना तथा भाग्यों पर रोष व्यक्त करना, चाहे बातों से हो या हरकतों से।

उसके प्रकारों में से है:

* मौत की तमन्ना करना।

* गालों एवं कपोलों पर मारना।

* कपड़ा फाड़ना।

*अपने अवसाद को व्यक्त करना।

* अपने हलाक होने की दुआ करना।

नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने फ़रमाया है: निश्चय ही बड़ा बदला बड़ी परीक्षा के साथ है। जब अल्लाह किसी समुदाय से प्रेम करता है, तो उसकी परीक्षा लेता है। अतः, जो अल्लाह के निर्णय से संतुष्ट रहेगा, उससे अल्लाह प्रसन्न होगा और जो असंतुष्टी दिखाएगा, उससे अल्लाह नाराज रहेगा''। इसे तिरमिज़ी और इब्ने माजह ने रिवायत किया है।