प्रश्न 8: बीमारी एवं अयादत (बीमार पुर्सी, रोगी का हाल-चाल पूछना) के आदाब का उल्लेख करें?

उत्तर- 1- जब किसी जगह दर्द का अनुभव करें तो अपना दायां हाथ वहाँ रखें और तीन बार ''बिस्मिल्लाह'' कहें, फिर सात बार ''अऊज़ु बिइज़्ज़तिल्लाहि व क़ुदरतिहि मिन शर्रि मा अजिदु व उहाज़िरु'' (मैं अल्लाह तआला की ताक़त एवं शक्ति की शरण में आता हूँ उस तकलीफ़ से जो मैं अभी महसूस कर रहा हूं और जिसके कारण भविष्य में मैं कठिनाइयों का सामना करने वाला हूँ) कहें।

2- अल्लाह द्वारा लिखित भाग्य से राज़ी हों एवं धैर्य रखें।

3- अपने बीमार भाई को देखने जाने में जल्दी करें, उसके लिए दुआ करें और वहां बहुत लंबा न बैठें।

4- वह फूंकने को न कहे फिर भी दुआ पढ़कर फूंकें।

5- उसे नस़ीहत करें कि वह हर संभव धैर्य, दुआ, नमाज़ एवं पवित्रता का ख़याल रखे।

6- बीमार के लिए सात बार यह दुआ पढ़ें ''अस्अलुल्लाहल अज़ीमा, रब्बल अर्शिल अज़ीमि अंय् यशफ़ियका'' (मैं बहुत बड़े अर्श के रब महान अल्लाह से दुआ करता हूँ कि वह आपको ठीक कर दे)