उत्तर- 1- कभी कभी निकट के रिश्तेदारों जैसे भाई, बहन, चचा, चची, मामू, मौसी एवं दूसरे रिश्तेदारों के घर जाना।
2- बात, काम एवं उनकी मदद के द्वारा उनपर उपकार करना।
3- इसी तरह उनके संपर्क में रहना एवं उनकी परिस्थितियों के बारे में सवाल करते रहना।