उत्तर- 1- तिलावत वुज़ू के बाद पवित्र स्थिति में करें।
2- अदब एवं शांति के साथ बैठें।
3- तिलावत से पहले शैतान से अल्लाह की शरण माँगें।
क़ुरआन को सोच समझकर पढ़ें।