उत्तर- 1- घर से निकलते समय अपना बायाँ पैर निकालें और कहें: "बिस्मिल्लाहि, तवक्कलतु अलल्लाहि, ला ह़ौला वला क़ुव्वता इल्ला बिल्लाहि, अल्लाहुम्मा इन्नी अऊज़ु बिका, अन अज़िल्ला औ उज़ल्ला, औ अज़िल्ला औ उज़ल्ला, औ अज़लिमा औ उज़लमा, औ अजहला औ युजहला अलैया", अर्थातः "अल्लाह के नाम से (चलना शुरू करता हूँ), मैंने अल्लाह पर पूरा भरोसा कर लिया, अल्लाह के सिवा कोई न बुराई से फेर सकता है और न ही नेकी के करने की शक्ति दे सकता है, ऐ अल्लाह! मैं इस बात से तेरी पनाह माँगता हूँ कि गुमराह हो जाऊँ या गुमराह कर दिया जाऊँ, या फिसल जाऊँ या फिर फिसला दिया जाऊँ, या किसी पर ज़ुल्म करूँ या मुझपर ज़ुल्म किया जाए, या मैं जाहिलों जैसा काम करूँ या मेरे साथ जाहिलों वाला काम किया जाए"। 2- घर में प्रवेश करते समय दाहिना पैर पहले दाखिल करें और कहें: बिस्मिल्लाहि वलजना, व बिस्मिल्लाहि ख़रजना, व अला रब्बिना तवक्कलना'', (अल्लाह के नाम से घर में घुसे, अल्लाह के नाम से घर से निकले और हम ने अपने रब पर ही भरोसा किया''।
3- मिसवाक (दतवन) करें फिर घर वालों को सलाम करें।