उत्तर- 1- सभा में बैठे हुए लोगों को सलाम करें।
2- जहां बैठने की जगह मिले वहीं बैठ जाएं, न किसी को उसके स्थान से उठाएं और न बिना अनुमति के दो लोगों के बीच बैठें।
3- दूसरों को भी बैठने की जगह दें।
4- मजलिस में किसी की बात न काटें।
5- सभा से निकलने से पहले अनुमति लें एवं सलाम करके जाएं।
6- जब सभा समाप्त हो तो सभा के अंत में सभा के पापों को मिटाने वाली यह दुआ पढ़ेंः "سُبْحانَكَ اللَّهُمَّ وبِحَمْدِكَ، أشْهَدُ أنْ لا إلهَ إِلاَّ أنْتَ، أسْتَغْفِرُكَ وأتُوبُ إِلَيْكَ" सुब्ह़ानक् अल्लाहुम्मा व बिह़म्दिका, अश्हदु अल्ला इलाहा इल्ला अन्त, अस्तग़फ़िरुका व अतूबु इलैका (ऐ अल्लाह, तू पाक है और तेरी ही प्रशंसा है। मैं गवाही देता हूँ कि तेरे अतिरिक्त कोई सत्य पूज्य नहीं है। मैं तुझसे क्षमा माँगता हूँ और तेरी ओर लौट कर आता हूँ।)