उत्तर- अबू सईद -रज़ियल्लाहु अन्हु- से वर्णित है कि अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने फ़रमाया: क़सम उस अल्लाह की जिसके हाथ में मेरी जान है, यह (सूरा इख़्लास़) एक तिहाई क़ुरआन के बराबर है''। इसे बुख़ारी ने रिवायत किया है।
इस ह़दीस से चयनित कुछ लाभ निम्न हैंः
1- इस हदीस़ से सूरा इख़्लास़ का महत्व मालूम होता है।
2- यह सूरा एक तिहाई क़ुरआन के बराबर है।
नवीं हदीस़: