उत्तर- अबू हुरैरा रज़ियल्लाहु अन्हु का वर्णन है, वह कहते हैं कि अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने फ़रमाया: "सबसे संपूर्ण ईमान वाला मोमिन वह है, जो उनमें सबसे अच्छे व्यवहार का मालिक है"। इसे तिर्मिज़ी ने रिवायत किया है, तथा तिर्मिज़ी कहते हैं: यह हदीस हसन सहीह है।
इस ह़दीस से ये लाभ प्राप्त होते हैं।
1- लोगों को अच्छे व्यवहार के प्रति प्रोत्साहित करना।
2- श्रेष्ठ व्यवहार श्रेष्ठ ईमान में से है।
3- ईमान घटता बढ़ता है।
* पाँचवीं हदीस़: