प्रश्न 10: इस हदीस़ को पूर्ण करें ''अला फ़िल जसदि मुज़ग़तुन'' (सचेत रहो, शरीर के अंदर एक टुकड़ा है) फिर इसके कुछ फायदों के बारे में भी बताएं!

उत्तर- नुअ्मान बिन बशीर -रज़ियल्लाहु अन्हु- का वर्णन है, वह कहते हैं कि मैं ने नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम को फ़रमाते हुए सुना है: ख़बरदार हो जाओ! जिस्म के अंदर एक टुकड़ा है, यदि वह सही रहे तो सारा जिस्म सही रहता है, और यदि वह बिगड़ जाए तो सारा जिस्म बिगड़ जाता है, और वह दिल है''। इसे बुख़ारी एवं मुस्लिम ने रिवायत किया है।

इस ह़दीस से ये निष्कर्ष निकलते हैं।

1- जिस्म के अंदर व बाहर का सही होना दिल के सही होने पर निर्भर है।

2- दिल के सही होने का ख़याल रखना चाहिए क्योंकि इसी पर इंसान का सही होना निर्भर है।

ग्यारहवीं हदीस़: