उत्तर- जुमुआ की नमाज़ की रक्अतों की संख्या दो है, जिसमें इमाम बुलंद आवाज़ से क़ुरआन पढ़ेगा। उस से पहले दो ख़ुतबे (भाषण) होते हैं जैसाकि सभी को पता है।