उत्तर- फ़ज्र से पहले दो रक्अत।
ज़ुह्र से पहले चार रक्अत
तथा जुह्र के बाद दो रक्अत।
मग़रिब के बाद दो रक्अत
और इशा के बाद दो रक्अत।
इनकी फ़ज़ीलत: जैसा कि नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने फरमाया है: जिसने दिन एवं रात की बारह रक्अत सुन्नतें पढ़ी, अल्लाह उसके लिए जन्नत में घर बनाएगा''। इस हदीस़ को मुस्लिम एवं अहमद आदि ने रिवायत किया है।