उत्तर- 1- मसह की अवधि का ख़त्म हो जाना, शरई तौर पर मसह की निर्धारित अवधि के समाप्त हो जाने के बाद मोज़े पर मसह करना सही नहीं है, ठहरे व्यक्ति के लिए एक दिन एवं एक रात, तथा मुसाफिर के लिए तीन दिन एवं तीन रातें।
2- मोज़े का उतार देना, यदि इंसान दोनों मोज़ों में से किसी एक को भी उतार दे तो उनपर मसह नहीं किया जा सकता है।