उत्तर- पहली शर्त यह है कि दोनों मोज़े को पवित्र अवस्था में पहना जाए, अर्थात वुज़ू के बाद।
2- दूसरी शर्त यह है कि मोज़ा पाक हो, नापाक पर मसह करना सही नहीं है।
3- तीसरी शर्त यह है कि वुज़ू में जितनी जगह को धोना ज़रूरी होता है, उतनी जगह को मोज़ा ढ़ांपे रखे।
4- निर्धारित समय तक ही मसह किया जाए, जैसा कि (घर पर) ठहरे रहने वाले के लिए एक दिन एवं एक रात, तथा मुसाफिर के लिए तीन दिन एवं तीन रातें।