उत्तर- वो ईमान वाले एवं अल्लाह से डरने वाले हैं।
सर्वोच्च अल्लाह का कथन हैः (أَلَا إِنَّ أَوْلِيَاءَ اللَّهِ لَا خَوْفٌ عَلَيْهِمْ وَلَا هُمْ يَحْزَنُونَ 62 الَّذِينَ آمَنُوا وَكَانُوا يَتَّقُونَ 63) ''सुनो! बेशक अल्लाह के मित्रों को कोई भय नहीं है और न वे उदासीन होंगे। जो लोग ईमान लाए एवं अल्लाह से डरते हैं 63''। [सूरा यूनुस: 62,63]