प्रश्न 31: ख़ौफ़ (डर) क्या है? रजाअ (उम्मीद) क्या है? और उसकी दलील क्या है?

उत्तर- अल्लाह और उसके दंड से भय खाने को डर या ख़ौफ़ कहते हैं।

रजाअ या उम्मीद, अल्लाह के स़वाब (प्रतिफल), एवं उसकी क्षमा या रहमत की उम्मीद को रजाअ कहते हैं।

इसका प्रमाण: उच्च एवं महान अल्लाह का यह फ़रमान है: वास्तव में, जिन्हें ये लोग पुकारते हैं, वे स्वयं अपने पालनहार के निकट होने का साधन खोजते रहते हैं, कि उन में से कौन अधिक निकट हो जाए? और उसकी दया की आशा रखते हैं और उसकी यातना से डरते हैं। वास्तव में, आपके रब की यातना डरने योग्य है''। [सूरा अल-इस्रा: 57] और दूसरी जगह अल्लाह तआला ने फ़रमायाः (نَبِّئْ عِبَادِي أَنِّي أَنَا الْغَفُورُ الرَّحِيمُ 49 وَأَنَّ عَذَابِي هُوَ الْعَذَابُ الْأَلِيمُ 50) ''(हे नबी) आप मेरे बन्दों को ख़बर दे दें कि वास्तव में मैं बड़ा क्षमाशील एवं दयावान हूँ। एवं मेरी यातना बहुत दर्दनाक यातना है''। [सूरा अल-हिज्र: 49,50]