उत्तर- शिर्क: किसी भी प्रकार की बंदगी का प्रदर्शन अल्लाह के अतिरिक्त किसी और के लिए करना है।
शिर्क के प्रकार:
बड़ा शिर्क: जैसे अल्लाह के अतिरिक्त किसी और को पुकारना, किसी गैर को सज्दा करना, उसके लिए जानवर ज़बह करना।
छोटा शिर्क: जैसे अल्लाह के अलावा किसी और की क़सम खाना, ताबीज़ पहनना. और ताबीज़ पहनने का अर्थ है किसी लाभ को प्राप्त करने या किसी नुकसान से दूर रहने हेतु किसी भी चीज़ को लटकाना। इसी प्रकार कम मात्रा में रियाकारी (दिखावा, पाखण्ड), जैसा कि किसी को दिखाने के लिए अच्छी तरह नमाज़ पढ़ना।